पिता की ख़्वाहिश थी की यश इंजीनियर बने, लेकिन वो मुंबई पहुंचकर बड़े भाई के साथ फिल्म निर्माण से जुड़ गए. शायद वो फिल्मों की तरफ ना आते तो कितने ही हसीन रोमांटिक नंबर आज हमारी प्ले लिस्ट में ना होते.from Latest News मनोरंजन News18 हिंदी https://ift.tt/2R242Yn
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